Divine India
Idea Of Romance Floats With The Silence Of Water...
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चिंतन-३
"जब पीड़ा का एहसास बढ़ता है तो उत्तेजना बढ़ती है,
और जब थोड़ा सुख बढ़ता है तो आनंद-धारा प्रवाहित
होने लगती है."
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अशुभ की समस्या…!!!
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Incredible India...! अतुल्य भारत…???
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आगोश में निशा के करवटें बदलता रहता है सवेरा लिपटकर उसकी संचेतना में बिखेरता है वह प्रांजल प्रभा… संभोग समाधि का है यह या अवसर गहण घृणा का फि...
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दीपावली की शुभकामनाएं !!!
Divyabh Aryan Photography मेरे सभी पुराने व नये मित्रों को "दीपावली" की ढेरों शुभकामनाएं धन्यवाद।
Broken Eyes 1
गहरे आकाश पर चलकर फिसल गया हूँ कई बार, उदास नम आँखों से टपक गया हूँ कई बार, तन्हाइयाँ बेचैन कर जाती हैं या बेचैनी में तन्हा रह जा...
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